Monday, November 21, 2022

What's app group capacity

What's app in 2022 has increased its group capacity from 256 to 512. Till last update we were unable to add more than 256 person or contais in the what's app group, but now recently what'app has increased the capacity to 512 and in a short time they will take it up to 1024.
So in 2022, the what's app group members' capacity increased from 256 to 512. 

Wednesday, September 14, 2022

गर्मियों के दिनों में आपके खेत में गहरी जुताई के फ़ायदे।

 

गर्मी के दिनो में गहरी जुताई के फ़ायदे ।

किसान दोस्तों, आज कल गर्मी का माहोल जमा हुआ है ओर इन दिनो हमारे खेत की ज़मीन तपाना बहोत ज़रूरी है। इसके बहोत सारे फ़ायदे है जो में आज आपको बताता हूँ ।

आज में आपको बताना चाहता हूँ की इन दिनो गहरी जुताई क्यों ज़रूरी है ओर इसके क्या क्या फ़ायदे है?

बारिश के पानी का बहाव रुकता है।

गहरी जुताई के कारण ज़मीन भूर भरी बनती है तो इसकी वजह से बारिश का पानी बहकर खेत के बाहर जाने  की सम्भावना बहोत काम होती है ओर पानी ज़मीन के अंदर उआतर जाता है ताकि नमी बनी रहती है ओर हमारी फसल को पानी की कमी नहीं पड़ती है। इसके अलावा मिट्टी में ज़रूरी वायु संचार भी बढ़ता है ओर मिट्टी में गुल जाते है। 


ज़मीनमें  शामिल कुदरती तत्वों का बहाव रुकता है ओर हमारी ज़मीन में  ही बने रहते है।

जैसे जैसा मेने ऊपर बताया की गहरी जुताई से पानी का बहाव रुक जाता है ओर उसी की वजह से हमारे खेत में हमने जो खाद ओर अन्य तत्व डाले है वह पानी के साथ बह जाने से रुक जाते है ओर हमें बार बार ऐसे तत्व को ज़मीन में डालने की ज़रूरत नहीं रहती है ओर बार बार खाद डालने का खर्च भी बचता है।

खरपतवार कम हो जाता है ।

गहरी जुताई से हमारे खेत में खरपतवार के बीज ओर मूल ज़मीन के पलट होने की वजह से ज़मीन में अंदर उतर जाते है ओर मिट्टी के नीचे दब जाते है ओर दुबारा वह पैदा नहीं होते है।

अनावश्यक कीड़े ओर अन्य हानिकारक किटको के अंडो का नाश होता है।

प्लाउ की गहरी जुताई से हमारे खेत में पैदा हुए अनावश्यक कीड़े ओर अन्य हानिकारक किटको के अंडे ऊपरी सतह पर आ जाते है ओर  कड़ी धूप की वजह से ओर  बगुले आदि का शिकार बनके उनका नाश हो जाता है इस प्रकार के हमारी फसलको रक्षण मिलता है।

अगली फसल की उपज बढ़ती है।

गहरी जुताई से मिट्टी भुर भूरी बनती है ओर उसकी बज से हमारी फसल के जड़ ज़मीन में ज़्यादा गहरे जाते है ओर गहराई पड़े तत्वों का पोषण मिलता है ओर जड़े मज़बूत होने की वजह से जब भी ज़्यादा हवा बहती है तो पोधे को रक्षण मिलता है ओर इसकी वजह से पैदावार में काफ़ी बढ़ोतरी होती है।

ज़मीन की मिट्टी पलट जाती है तो नीचे जमा हुए तत्व ऊपर आते है।

गहरी जुताई से मिट्टी के छ से सात इंच नीचे चले गए तत्व ऊपर आ जाते है ओर तंतु मूल वाली फसल जो की ज़मीन में उसकी जड़े ज़्यादा नीचे नहीं जाती है ऐसी फलसो के लिए काफ़ी फ़ायदे मंद रहते है।

गहरी जुताई कब करनी चाहिए?

किसान दोस्तों हमारी रवि फसल ख़त्म होते ही मार्च महीने या एप्रिल में हमें गहरी जुताई कर देनी चाहिए ताकि हमें गर्मी में हमारे खेत तपाने का लम्बा समय मिल जाए। हमारे खेत को कम से कम ५० से ८० दिन तक गर्मियों में  ज़रूर तपाना चाहिए।